3 साल बाद राजस्थान को आईपीएल मैचों की मेजबानी मिली है. 19 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स और लखनऊ सुपरजाइंट्स के बीच मुकाबला होने जा रहा है. लेकिन मैच से पहले एक बड़ा मुकाबला राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन अध्यक्ष वैभव गहलोत के बीच देखने को मिल रहा है. लगातार दो दिनों से चले आ रहे इस घमासान के बाद अब विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है.
मंगलवार को खेल मंत्री ने निरीक्षण कर जताई थी आपत्ति
मंगलवार 18 अप्रैल को खेल मंत्री अशोक चांदना दिन में जब एसएमएस स्टेडियम में मैचों की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे तो विभाग के साथ किए गए एमओयू के उल्लंघन के आरोप लगाते हुए राजस्थान रॉयल्स प्रबंधन द्वारा अतिक्रमण पर आपत्ति जताई. साथ ही जो स्थान आरसीए को एमओयू के तहत दिया गया था उससे करीब 20 फीसदी अधिक स्थान पर अतिक्रमण के आरोप लगाते हुए तुरंत अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद से ही विवाद बढ़ने लगा.
रात में वैभव गहलोत ने किया दौरा
खेल मंत्री अशोक चांदना के दौरे के बाद मंगलवार देर रात आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत ने स्टेडियम का दौरा कर खेल मंत्री द्वारा जो आपत्तियां जताई गई थी उनका जवाब दिया. वैभव गहलोत ने कहा कि एमओयू के तहत ही निर्माण करवाया गया है. साथ ही एमओयू की शर्तों का उल्लंघन नहीं किया गया.
मुख्य खेल अधिकारी के बयान पर गर्माया विवाद
मंगलवार रात जब वैभव गहलोत स्टेडियम का निरीक्षण करने पहुंचे तो उस समय राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के मुख्य खेल अधिकारी भी वैभव गहलोत के साथ मौजूद थे. मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पूनिया ने निरीक्षण के दौरान कहा की एमओयू के तहत ही निर्माण किया गया है और किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया गया. जिसके बाद विवाद और गहरा गया
मैच के दिन फिर से स्टेडियम पहुंचे खेल मंत्री
मंगलवार रात वैभव गहलोत के दौरे के बाद बुधवार 19 अप्रैल सुबह 10 बजे ही खेल मंत्री अशोक चांदना क्रीड़ा परिषद के अधिकारियों के साथ स्टेडियम पहुंचे, लेकिन खेल मंत्री की गाड़ी को स्टेडियम के मुख्य गेट पर ही बाउंसर द्वारा रोकने पर विवाद बढ़ गया. खेल मंत्री अशोक चांदना ने जहां बाउंसर्स को जमकर फटकार लगाई वहीं क्रीड़ा परिषद के अधिकारियों को अस्थाई निर्माण के नाम पर किए गए स्थाई निर्माण को जल्द से जल्द सीज करते हुए हटाने के निर्देश दिए.
मुख्य खेल अधिकारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश
खेल मंत्री अशोक चांदना ने मुख्य खेल अधिकारी द्वारा दिए गए बयान के बाद कहा की राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद विभाग के अंडर में आता है ऐसे में मुख्य खेल अधिकारी द्वारा जो बयान दिया गया है वो अनुचित है. और मुख्य खेल अधिकारी पर अनुशानात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. गौरतलब है की राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पूनिया क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष और विधायक कृष्णा पूनिया के पति हैं.