महिला अंडर-19 वर्ल्ड कप के साथ एक नये युग की शुरूआत हो चुकी है. एक दशक पहले महिला क्रिकेट सिर्फ नाम मात्र को हुआ करता था. लेकिन पिछले एक दशक से महिला क्रिकेट ने जो तरक्की की है वो आने वाले समय में महिला क्रिकेटरों के सुनहरे भविष्य की ओर इशारा कर रही है. 14 जनवरी 2023 का दिन इतिहास के पन्ने में दर्ज हो चुका है. और वो इसलिए क्यूंकि इस दिन अंडर-19 महिला वर्ल्ड कप का पहला मैच खेला गया. एक समय पावर हिटिंग और पुरुषों का क्रिकेट आज अंडर-19 महिला वर्ल्ड कप की दहलीज तक पहुंच चुका है.
14 जनवरी 2023 का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज
शनिवार 14 जनवरी 2023 का दिन. जब केपटाउन में पहला अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप का मैच खेला गया. कोरोना के चलते 2 सालों से अंडर-19 महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप का आयोजन टलता जा रहा था. लेकिन अब परिस्थितियां अनुकूल होने के बाद अंडर-19 महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप की शुरुआत हो चुकी है. प्रतियोगिता की मेजबानी दक्षिण अफ्रीका को मिली है.
16 दिनों तक खेले जाएंगे 41 मुकाबले
दक्षिण अफ्रीका के बेनोनी और पोचेफ्स्टूम में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप में कुल 16 दिनों तक 41 मुकाबले खेले जाएंगे. इसके साथ ही 29 जनवरी को प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. प्रतियोगिता में खिताब के लिए कड़ी जंग देखने को मिलेगी.
अंतर्राष्ट्रीय अनुभव से लबरेज अमेरिका तो अन्य टीमें भी कड़ी दावेदार
अंडर-19 महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप का आयोजन चाहे पहली बार हो रहा हो. लेकिन हर टीम में अनुभवी खिलाड़ियों की कमी नहीं है. अमेरिका की टीम में जहां सबसे ज्यादा 11 खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय अनुभव रखती है तो वहीं न्यूजीलैंड, भारत, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे, श्रीलंका, रवांडा, आयरलैंड और इंडोनेशिया की टीमों में भी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मौजूद हैं. हालांकि ऑस्ट्रेलिया की टीम में एक भी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नहीं है फिर से ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप में मजबूत दावेदार मानी जा रही है.
भारतीय टीम वर्ल्ड कप की मजबूत दावेदार
अंडर-19 महिला वर्ल्ड कप में भारत को भी मजबूत दावेदार के रूप में माना जा रहा है. जिसकी वजह से शेफाली वर्मा और रिचा घोष. दोनों ही खिलाड़ियों के पास जहां 121 अंतरराष्ट्रीय मैचों का अनुभव है तो वहीं भारतीय टीम की कप्तानी भी शेफाली वर्मा के पास है जो पिछले लम्बे समय से टी-20 में भारत की मजबूत खिलाड़ी हैं.